Wednesday, 12 November 2014

ढलान वाले रेलखंडों में रेलगाड़ियों के सरक कर पीछे खड़ी दूसरी टेन, इंजन या मालगाड़ी से टक्कर हो जाने की संभावना

http://irctcnews.in/latest-rail-news/%e0%a4%a2%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a5%87-%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%b2%e0%a4%96%e0%a4%82%e0%a4%a1%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%b0%e0%a5%87//धनबाद ढलान वाले रेलखंडों में रेलगाड़ियों के सरक कर पीछे खड़ी दूसरी टेन, इंजन या मालगाड़ी से टक्कर हो जाने की संभावना बनी रहती हैं। ऐसी घटनाओं में रेल महकमे को तो आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता ही है, मुसाफिरों को भी जान-माल की क्षति पहुंचती है। खासकर जाड़े के दिनों में कोहरे के दौरान ऐसी घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। भविष्य में हावड़ा-नई दिल्ली के ग्रैंड कॉड सेक्शन पर ऐसी घटनाएं लगभग शून्य हो जाएगी। धनबाद रेल मंडल ने भारतीय रेल के महत्वपूर्ण रेलखंडों में शुमार ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन को दुर्घटनामुक्त करने के लिए ‘कैच साइडिंग’ का निर्माण किया है, जहां ढलान में सरकने के बाद भी टेन पीछे खड़ी टेन या मालगाड़ी से नहीं टकराएगी। क्या है कैच साइडिंग : ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन के ढलान वाले रेलखंड घाट सेक्शन स्थित यदुग्राम स्टेशन के समीप कैच साइडिंग का निर्माण किया गया है। ढलान वाले एक स्टेशन से खुलने वाली टेन जब तक दूसरे स्टेशन तक नहीं पहुंच जाती तब तक प्वाइंट नहीं बदलेगा। अगर इस दौरान उपर चढ़ रही टेन ढलान में सरक कर वापस आ गई तो कैच साइडिंग में चली आएगी। पीछे खड़ी इंजन या मालगाड़ी तक नहीं पहुंचेगी क्योंकि प्वाइंट नहीं बदलेगा। इसके साथ ही घाट सेक्शन के टनकुप्पा और हजारीबाग रोड स्टेशनों में सुरक्षित टेन परिचालन के लिए सैंड हंप भी बनाए गए हैं।

 

Source Page: http://epaper.jagran.com/ePaperArticle/13-nov-2014-edition-Dhanbad-City-page_3-12768-4337-139.html

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